राहत की खबर; एक मोबाइल में 2 SIM रखने पर नहीं देना होगा कोई चार्ज, मोबाइल नंबर के लिए नहीं लगेगी फीस, सरकार ने दिया ये बयान
Dual SIM Users Charges Will Not Applicable Govt Clarification Update
Dual SIM Users Charges: हाल ही में एक खबर आई कि अब एक मोबाइल में 2 SIM रखने पर चार्ज देना होगा। मोबाइल नंबर के लिए फीस वसूल की जाएगी। यह खबर सुनते ही लोग अटपटा गए। वह इस बात से हैरान हो गए कि सरकार बेवजह उनकी जेब पर एक और खर्चा बढ़ाने जा रही है।
लोगों ने कहा कि, सरकार ने लोगों की जेब काटने का यह नया फॉर्मूला तैयार किया है। इस बारे में सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा चलती रही। जिसके बाद भारत सरकार के दूरसंचार विभाग को इस संबंध में आधिकारिक बयान जारी करना पड़ा। दूरसंचार विभाग ने यह स्पष्ट किया कि, इस प्रकार का कोई भी फैसला या प्रस्ताव इरादे में नहीं है। इस प्रकार की कोई भी खबर निराधार है और पूरी तरह से गलत है।
क्या कहा दूरसंचार विभाग ने?
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग ने सोशल मीडिया पर ही अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक पोस्ट किया। जिसमें लिखा- यह अटकलें कि ट्राई कई सिम या नंबरिंग संसाधन रखने के लिए ग्राहकों पर शुल्क लगाने का इरादा रखता है, या योजना बना रहा है। पूरी तरह से गलत है। ऐसे दावे निराधार हैं और केवल जनता को गुमराह करने का लक्ष्य रखते हैं। ट्राई ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है। वहीं दूरसंचार विभाग के इस स्पष्टीकरण के बाद लोगों के लिए एक राहत की खबर सामने आई.
खबर में क्या था पूरा मामला?
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से यह बताया गया था कि, टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI ने एक मोबाइल में दो सिम को लेकर एक प्रस्ताव तैयार किया है और सरकार के समक्ष रखा है। इस प्रस्ताव में एक मोबाइल में 2 SIM चलाने वालों से चार्ज लेने की बात कही गई है। TRAI का कहना है कि, नंबरों के दुरुपयोग को रोकने के लिए इस प्रकार का फैसला लिया जा सकता है। इसलिए अगर आप मोबाइल में दो सिम इस्तेमाल करते हैं तो आपको सावधान रहना चाहिए। क्योंकि अगर प्रस्ताव पास हो गया तो फिर चार्ज देना होगा।
बिना किसी जररूत के मोबाइल में दो सिम कार्ड रख रहे लोग
रिपोर्ट्स में बताया गया कि, TRAI का कहना है कि देश में लोग बिना किसी जररूत के मोबाइल में दो सिम कार्ड रख रहे हैं। वो एक सिम कार्ड को एक्टिवली यूज ही नहीं करते। ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक इस समय करीब 219 मिलियन से ज्यादा मोबाइल नंबर लंबे समय से एक्टिव नहीं हैं। ये मोबाइल नंबर्स ब्लैक लिस्ट कैटेगरी में शामिल हैं।
इसलिए दो सिम इस्तेमाल करने वाले नंबरों की भी बेवजह खपत बढ़ा रहे हैं। इसलिए इनसे एक्स्ट्रा चार्ज लिया जाना चाहिए। मोबाइल नंबर के लिए एक फीस लगाई जानी चाहिए। यह फीस मंथली या फिर एक टाइम या फिर सालाना हो सकती है। इसके बाद टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा यह फीस ग्राहकों की जेब से ली जाएगी।
रिपोर्ट्स में आगे बताया गया कि, ट्राई के मुताबिक, फोन नंबरों के लिए फीस इसलिए लगाई जाये क्योंकि फोन नंबर सार्वजनिक संसाधन है। वहीं एक सिम कार्ड और एक नंबर का नियम दुनिया के कई देशों में पहले से है। इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, बेल्जियम, फिनलैंड, ब्रिटेन, लिथुआनिया, यूनान, हांगकांग, बुल्गारिया, कुवैत, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, पोलैंड, डेनमार्क जैसे देश शामिल हैं।